कालूभाई
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Kalubhai
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गुरुवार, 6 जून 2019
आज का विचार
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*🌹आज का विचार🌹*
*चक्की के दो पाटों में, एक स्थिर*
*और दूसरा गतिमान हो,*
*तभी अनाज पिस सकता है।*
*इसी प्रकार मनुष्य में भी दो पाट होते हैं।*
*एक मन, और दूसरा शरीर ।*
*यदि मन स्थिर और*
*शरीर गतिमान रहे*
*तभी सफल व्यक्तित्व संभव है।*
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