कई बीमारियों का अचूक इलाज है काला नमक
काला नमक स्वाद में लाजवाब तो है ही, औषधीय गुणों की भी खान है। काले नमक में 80 तरह के खनिज पदार्थ पाए जाते हैं, जो शरीर को स्वस्थ रखने में काफी कारगर हैं। आप इसे रोज की खुराक में शामिल कर सकते हैं। सुबह खाली पेट गुनगुने पानी में नीबू का रस और एक चुटकी काला नमक मिलाकर रोज पिएं, कुछ ही दिनों में आपका हाजमा एकदम ठीक हो जाएगा। पेट में गैस और जलन का नामोनिशान नहीं रहेगा। यह मोटापे, उच्च रक्तचाप, जोड़ों में दर्द जैसी तमाम बीमारियों को दूर करने में काफी सहायक है। नमक से न केवल हमारा भोजन स्वादिष्ट बनता है, बल्कि हमारे शरीर को सही ढंग से चलाने के लिए भी यह जरूरी है। इसमें मौजूद तत्व और खनिज पदार्थ रक्त संचार के साथ-साथ शरीर के अंदर निकलने वाले विभिन्न प्रकार के आवश्यक अंदरूनी रस, एन्जाइम हारमोंस के स्राव और उसके नियंत्रण में काफी सहायक हैं।
कैसे बनता है काला नमक साधारण नमक के अलावा मुख्य रूप से सेंधा नमक और काले नमक का इस्तेमाल किया जाता है। काले नमक का इस्तेमाल न केवल अपने देश में, बल्कि दक्षिण एशिया के तमाम देशों में किया जाता है। इसे खानों के प्राकृतिक हेलाइट से प्राप्त किया जाता है, जो भारत, बांग्लादेश, नेपाल, पाकिस्तान और कुछ हिमालयीय क्षेत्रों में पाया जाता है।
खनिज पदार्थों से भरपूर नमक प्राकृतिक रूप से पाए जाने के कारण इसमें तत्वों और खनिज पदाथार्ें की प्रचुरता होती है। इसमें सोडियम, क्लोराइड, सल्फर, आयरन, हाइड्रोजन जैसे तत्वों के साथ-साथ 80 प्रकार के खनिज पदार्थ पाए जाते हैं, जो हमारे शरीर के लिए किसी न किसी रूप में फायदेमंद साबित होते हैं। इसमें सोडियम क्लोराइड, सोडियम बाइसल्फेट, सोडियम बाइसल्फाइट, सोडियम सल्फाइड, आयरन सल्फाइड, हाईड्रोजन सल्फाइड जैसे सॉल्ट पाए जाते हैं। सल्फर के सॉल्ट के कारण ही इसमें एक विशेष प्रकार की गंध होती है। इसका रंग हल्का गुलाबी होता है। इसे कई नामों से जाना जाता है जैसे- ब्लैक सॉल्ट, हिमालयन ब्लैक सॉल्ट, सुलेमानी नमक, काला लून, बिट लोबोन, बिट नून, पाद लून आदि।
हाजमा दुरुस्त करे पाचन प्रक्रिया में गड़बड़ी होने से हम अकसर पेट से संबंधित कब्ज, गैस, अपच, पेट फूलने जैसी कई बीमारियों के शिकार होते रहते हैं। हाजमे को ठीक रखने में काला नमक काफी मददगार है। एक गिलास गर्म पानी में एक चुटकी काला नमक डालकर थोड़ी देर के लिए छोड़ दें। हल्का गुनगुना हो जाने पर इसे पी लें। पेट की तमाम बीमारियों के लिए यह रामबाण है। काले नमक से भूख की कमी भी दूर होती है। इसके लिए आप किसी भी रूप में काले नमक का इस्तेमाल कर सकते हैं।
दिल का रखे ख्याल आधुनिक जीवनशैली में हृदयरोग काफी तेजी से फैलता जा रहा है। बढ़ता खराब कोलेस्ट्रॉल, उच्च रक्तचाप, शुगर, मोटापा सब हमारे दिल के दुश्मन हैं। इन सभी को ठीक व नियमित करने में काला नमक काफी कारगर है। दिल की बीमारी और उच्च रक्तचाप वाले मरीजों के लिए साधारण नमक की बजाय काला नमक काफी फायदेमंद है। काले नमक में साधारण नमक की तुलना में सोडियम कम होता है, जिससे उच्च रक्तचाप को नियमित करने में काफी मदद मिलती है। इससे खराब कोलेस्ट्रॉल और शुगर को नियंत्रित करने में मदद मिलती है। इससे मोटापा भी कम होता है। मोटापा दूर करने के लिए एक गिलास गुनगुने पानी में नीबू और काला नमक डालकर सुबह और शाम पिएं। पीने के बाद 15-20 मिनट तेज टहलें। इसके बाद 15-20 मिनट तक पानी न पिएं।
सर्दी-खांसी-अस्थमा में कारगर सर्दी, खांसी और अस्थमा के इलाज में काला नमक काफी कारगर है। इसे आप गुनगुने पानी, उबले अंडे में डालकर सेवन कर सकते हैं। काले नमक से बने गर्म पानी की भाप से कफ, बलगम और खांसी दूर करने में काफी सहायता मिलती है।
बालों की रूसी दूर करे रूसी हमारे बालों के लिए काफी हानिकारक होती है। बालों के समय से पहले झड़ने, सफेद होने और रूखे-रूखे होने में रूसी एक महत्वपूर्ण कारण हो सकती है। रूसी दूर करने के लिए लोग तरह-तरह के साबुन और शैंपू का इस्तेमाल करते हैं। इनके कई तरह के दुष्प्रभाव देखने को मिलते हैं। काला नमक और लाल टमाटर का मिश्रण बालों पर लगाने से रूसी शीघ्र ही गायब हो जाती है।
अच्छी नींद लाने में सहायक काला नमक हमें अच्छी नींद लाने में काफी मदद करता है। कोर्टिसोल और एड्रेनलाइन जैसे दो खतरनाक हामार्ेन को यह कम करता है, जिससे हमें अच्छी नींद आती है।
शरीर को करे डिटॉक्स शरीर को डिटॉक्स करने के लिए हम अनेक उपाय करते हैं, लेकिन कभी काले नमक को नहीं आजमाते। काले नमक में काफी मात्रा में खनिज पदार्थ होते हैं। इनमें से कई एंटीबैक्टीरियल का काम करते हैं, जिससे हमारे शरीर में मौजूद खतरनाक बैक्टीरिया का नाश होता है।
जोड़ों के दर्द को ठीक करे 40 साल की उम्र पार होते ही जोड़ों में दर्द होना आजकल एक सामान्य बात बन गई है। कई लोगों को तो जोड़ों में दर्द 30 की आयु पार करते ही शुरू हो जाता है। आम तौर पर इसे गठिया कहा जाता है। जोड़ों के दर्द को ठीक करने में काला नमक काफी उपयोगी साबित होता है। गर्म पानी में काला नमक मिलाकर दर्द वाले हिस्से में सिकाई करने से दर्द से बहुत जल्द आराम मिल जाता है। 15-20 दिनों तक रोज दो-तीन बार सिकाई करने से जोड़ों के दर्द में जादुई असर देखने को मिलता है।
(पद्म नगर स्थित आयुर्वेदिक पंचकर्म हॉस्पिटल के वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉ. तिजेंदर से की गई बातचीत पर आधारित)
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